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कबीरदास (1398-1518)
निर्गुण भक्तिधारा ( ज्ञानाश्रई शाखा ) के प्रथम कवि by रामचंद्र शुक्ल, हजारी प्रसाद द्विवेदी, रामस्वरूप चतुर्वेदी
जन्म स्थल- काशी
गुरु का नाम- रामानंद
माता-पिता: नीरू नीमा
कबीर की वाणी का संग्रह धर्मदास ने किया -बीजक (1464)
बीजक - 3 भाग - साखी ,सबद ,रमैनी
साखी: साक्षी (अर्थ), दोहा (छंद), राजस्थानी पंजाबी मिली खड़ी बोली (भाषा)
सबद: शब्द (अर्थ ), गेय पद (छंद), ब्रजभाषा और पूर्वी बोली (भाषा )
रमैनी: रामायण (अर्थ), चौपाई +दोहा (छंद), ब्रजभाषा और पूर्वी बोली (भाषा)
कबीरदास की भाषा - पंचमेल खिचड़ी, सधुक्कड़ी हजारी प्रसाद द्विवेदी कबीर को भाषा का डिक्टेटर कहा ।
मृत्यु- मगहर
पत्नी -लोई
पुत्र- पुत्री :कमाल तथा कमाली
कबीर पंथ संप्रदाय के प्रवर्तक- कबीर
केंद्र- काशी
प्रमुख शिष्य -धर्मदास
" मैं कहता हूं आंखिन देखी,
तू कहता कागद की लेखी । "
@iamchandruss
निर्गुण भक्तिधारा ( ज्ञानाश्रई शाखा ) के प्रथम कवि by रामचंद्र शुक्ल, हजारी प्रसाद द्विवेदी, रामस्वरूप चतुर्वेदी
जन्म स्थल- काशी
गुरु का नाम- रामानंद
माता-पिता: नीरू नीमा
कबीर की वाणी का संग्रह धर्मदास ने किया -बीजक (1464)
बीजक - 3 भाग - साखी ,सबद ,रमैनी
साखी: साक्षी (अर्थ), दोहा (छंद), राजस्थानी पंजाबी मिली खड़ी बोली (भाषा)
सबद: शब्द (अर्थ ), गेय पद (छंद), ब्रजभाषा और पूर्वी बोली (भाषा )
रमैनी: रामायण (अर्थ), चौपाई +दोहा (छंद), ब्रजभाषा और पूर्वी बोली (भाषा)
कबीरदास की भाषा - पंचमेल खिचड़ी, सधुक्कड़ी हजारी प्रसाद द्विवेदी कबीर को भाषा का डिक्टेटर कहा ।
मृत्यु- मगहर
पत्नी -लोई
पुत्र- पुत्री :कमाल तथा कमाली
कबीर पंथ संप्रदाय के प्रवर्तक- कबीर
केंद्र- काशी
प्रमुख शिष्य -धर्मदास
" मैं कहता हूं आंखिन देखी,
तू कहता कागद की लेखी । "
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