भूतकाल
क्रिया के जिस रूप से बीते हुए समय या अतीत की घटना का बोध होता है
उसे भूतकाल कहते हैं ।
छह भेद
1. सामान्य भूतकाल
2. आसन्न भूतकाल
3. संदिग्ध भूतकाल
4. पूर्ण भूतकाल
5. अपूर्ण भूतकाल
6. हेतुहेतुमद् भूतकाल
1. सामान्य भूतकाल
बच्चा गया ।
श्याम ने कविता लिखी ।
क्रियाधातु + आ
बीते हुए समय के सामान्य रूप का ज्ञान करानेवाले क्रिया रूप को सामान्य भूतकाल कहते हैं ।
सामान्य भूतकालिक क्रियाएँ अकर्मक और सकर्मक दोनों हो सकती हैं ।
अकर्मक भूतकालिक क्रिया वाक्य में प्रयुक्त है तो वह कर्ता के लिंग और वचन के अनुसार रहती है ।
अगर वाक्य की क्रिया सकर्मक है तो कर्ता के साथ कर्ता कारक प्रत्यय ' ने ' जोड़ना है ।
' ने ' जोड़ने के बाद क्रिया कर्ता को छोड़कर कर्म के लिंग और वचन के अनुसार रहती है ।
2. आसन्न भूतकाल
वह आया है ।
वे आये हैं ।
उसने पाठ पढ़ा है ।
उसने कविता पढ़ी है ।
क्रियाधातु + आ + है
क्रिया को समाप्त हुए अभी बहुत समय नहीं हुआ है, इसका बोध करानेवाले क्रिया रूप को आसन्न भूतकाल कहते हैं ।
वाक्य की क्रिया अकर्मक है तो वह कर्ता का अनुसरण करेगी ।
अगर क्रिया सकर्मक है तो कर्ता को छोड़ कर्म के लिंग और वचन के अनुसार वह रहेगी ।
3. संदिग्ध भूतकाल
वह आया होगा ।
उसने खरबूजा खाया होगा ।
क्रियाधातु + आ + होगा
क्रिया के जिस रुप से भूतकाल का बोध हो, किंतु कार्य के होने में संदेह हो, उसे संदिग्ध भूतकाल कहते हैं ।
इसमें भी क्रिया के सकर्मक-अकर्मक के अनुसार ' ने ' प्रत्यय का प्रयोग होता है ।
4. पूर्ण भूतकाल
लड़का आया था ।
लड़के आये थे ।
उसने आम खाया था ।
क्रियाधातु + आ + था
' ने ' कारक प्रत्यय का प्रयोग ।
क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात होता है कि कार्य को समाप्त हुए बहुत समय बीत चुका है, उसे पूर्ण भूतकाल कहते हैं ।
5. अपूर्ण भूतकाल
लड़का पुस्तक खरीदता था ।
लड़के पुस्तक खरीदते थे ।
क्रियाधातु + ता + था
क्रिया के जिस रुप से कार्य का बीते समय में होना पर उसका पूरा न होना प्रकट हो, उसे अपूर्ण भूतकाल कहते हैं ।
6. हेतुहेतुमद् भूतकाल
अगर वे कहते तो हम गेंद खेलते ।
यदि वह अच्छी तरह पढ़ता तो पास होता ।
क्रिया के जिस रुप से सूचित होता है कि बाद में होनेवाली क्रिया का हेतु पहली क्रिया हो, उसे हेतुहेतुमद् भूतकाल कहते हैं ।
@iamchandruss
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