विशेषण
महावीर अर्जुन ने अपने तीखे बाणों से कठोर धरती में छेद करके
शीतल जल निकाल दिया ।
विशेषण वह विकारी शब्द है जो संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है ।
विशेषण जिस शब्द की विशेषता बताता है, उसे विशेष्य कहते हैं ।
चार भेद
1. गुणवाचक
2. संख्यावाचक
3. परिमाणवाचक
4. सार्वनामिक
1. गुणवाचक विशेषण
मैं मीठा आम लूंगा ।
अगले महीने हमारी परीक्षा है ।
लंबा आदमी दूर से ही देखा जाता है ।
जिस शब्द से संज्ञा या सर्वनाम के सभी प्रकार के गुणों का बोध हो उसे गुणवाचक विशेषण कहते हैं ।
2. संख्यावाचक विशेषण
दो पुस्तकें मेरे लिए ले आना ।
कक्षा में पच्चीस विद्यार्थी बैठे हुए हैं ।
जिस विषय से किसी संज्ञा या सर्वनाम की संख्या का बोध होता है उसे संख्यावाचक विशेषण कहते हैं ।
दो भेद
- निश्चित संख्यावाचक विशेषण
- अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
निश्चित संज्ञा वाचक - इससे संज्ञा या सर्वनाम की निश्चित संख्या का बोध होता है ।
अनिश्चित संख्यावाचक - इससे संज्ञा या सर्वनाम की बहुता या उसके बहुत्व का बोध होता है ।
उदा: लगभग ढ़ाई सौ व्यक्ति समारोह में उपस्थित थे ।
3. परिमाणवाचक विशेषण
मेरे सूट में साढ़े तीन मीटर कपड़ा लगेगा ।
प्यासे पथिक को थोड़ा पानी पिलाओ ।
जिस विशेषण से किसी वस्तु की नाप-तौल का बोध होता है उसे परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं ।
दो भेद
- निश्चित परिमाणवाचक विशेषण
- अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण
4. सार्वनामिक विशेषण
वह लड़की होशियार है ।
कौन आदमी विदेश जा रहा है ?
जो सर्वनाम शब्द विशेषण की भाँति किसी संज्ञा की विशेषता बताए उसे सार्वनामिक विशेषण कहते हैं ।
यह निश्चयवाचक, प्रश्नवाचक और संबंधवाचक सर्वनामों से बनते हैं ।
Note
विशेषणों के विशिष्ट प्रयोग
- संज्ञा के रूप में प्रयोग
गरीबों को उनका अधिकार मिलना है
- प्रविशेषण के रूप में प्रयोग
बगीचे के मध्य खड़ा गुलाब का फूल बहुत सुंदर है ।
जो शब्द विशेषण की विशेषता बताता है वह प्रविशेषण कहलाता है ।
@iamchandruss
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