डॉ. ग्रियर्सन और हिन्दी साहित्य
जार्ज अब्राहम ग्रियर्सन
जन्म अयरलैंड,7 जनवरी 1851
स्नातक शिक्षा – ट्रिनिटी कॉलेज
राबर्ट एटकिंसन से संस्कृत वर्णमाला का ज्ञान प्राप्त किया ।
मीर औलाद अली से हिन्दुस्तानी सीखी ।
1871- भारतीय सिविल सर्विस परीक्षा उत्तीर्ण की ।
प्रमुख तीन कार्य
1. लिंग्विस्टिक सर्वे ऑफ इंडिया ( भारतीय भाषाओं का सर्वेक्षण )
2. द मॉडर्न वर्णाक्यूलर लिटरेचर ऑफ हिन्दुस्तान
3. तुलसीदास का वैज्ञानिक अध्ययन
द मॉडर्न वर्णाक्यूलर लिटरेचर ऑफ हिन्दुस्तान
सर्वप्रथम 1888 ई. के रॉयल एशियाटिक सोसइटी ऑफ बंगाल के जर्नल के प्रथम भाग में प्रकाशित हुआ ।
हि. साहित्य का प्रथम इतिहास
952 कवियों का विवरण
कवियों और लेखकों का कालक्रमानुसार वर्गीकरण
ग्रंथ को कालखंडों में विभक्त किया गया है ।
16-17 वीं शती को स्वर्ण युग माना
डॉ. ग्रियर्सन का कालविभाजन
1. चारण काल ( 700-1300 ई. )
2. पन्द्रहवीं शती का धार्मिक पुनर्जागरण
3. जायसी की प्रेम कविता
4. ब्रज का कृष्ण संप्रदाय
5. मुगल दरबार
6. तुलसीदास
7. रीतिकाव्य
8. तुलसीदास के अन्य परवर्ती
9. अट्ठारहवीं शताब्दी
10.कंपनी के शासन में हिन्दुस्तान
11. महारानी विक्टोरिया के शासन में हिन्दुस्तान
12. विविध
Questions
हि. साहित्य के इतिहास का कालविभाजन करनेवाले प्रथम इतिहासकार कौन हैं ?
1. मिश्रबंधु
2. रामचन्द्र शुक्ल
3. गार्सा द तासी
4. डॉ. ग्रियर्सन
Comments
Post a Comment